दृष्टिकोण
पी एम श्री केन्द्रीय विद्यालय में, हमारी दृष्टि एक अग्रणी शैक्षिक संस्था बनने की है, जो प्रत्येक बच्चे की क्षमता को निखारने और उन्हें उज्ज्वल और सफल भविष्य के लिए तैयार करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के लिए पहचानी जाती है। हम कल्पना करते हैं:
छात्रों को सशक्त बनाना: एक ऐसा शैक्षिक अनुभव प्रदान करना जो छात्रों को आत्मविश्वासी, नवोन्मेषी और लचीला व्यक्ति बनने के लिए सशक्त बनाता है, जो आधुनिक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं।
नवाचार को बढ़ावा देना: शिक्षण और अधिगम में नवाचार को अपनाकर एक गतिशील और अग्रगामी शैक्षिक वातावरण का विकास करना, शिक्षा के अनुभव को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी और रचनात्मक पद्धतियों का समावेश करना।
वैश्विक प्रतिस्पर्धा: छात्रों को वैश्विक रूप से जुड़े विश्व में सफल होने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और मूल्यों से सुसज्जित करना, जिससे वे विविध और तेजी से बदलते परिवेश में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें।
नेताओं का निर्माण: हमारे छात्रों में नेतृत्व गुणों का विकास करना, उन्हें पहल करने, समालोचनात्मक सोचने और जीवन के सभी पहलुओं में सत्यनिष्ठा और जिम्मेदारी के साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करना।
समावेशी उत्कृष्टता: शिक्षा के सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रयास करना, जबकि यह सुनिश्चित करना कि हमारा दृष्टिकोण समावेशी, न्यायसंगत और सभी पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए सुलभ हो।
सतत विकास: हमारे विद्यालयों में सतत प्रथाओं को बढ़ावा देना और छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना, जो अपने आसपास की दुनिया में सकारात्मक योगदान करते हैं।
सामुदायिक सहभागिता: अभिभावकों, समुदायों और हितधारकों के साथ मजबूत साझेदारी बनाना ताकि एक सहायक और सहयोगात्मक वातावरण का निर्माण हो, जो छात्र की सफलता और भलाई को बढ़ावा दे।
केंद्रीय विद्यालय संगठन का समर्पण भविष्य को आकार देने में है, प्रत्येक छात्र को उनकी पूर्ण क्षमता तक पहुंचने, समाज के उत्थान में योगदान देने और करुणा, ज्ञान और जिम्मेदारी की भावना के साथ नेतृत्व करने के लिए प्रेरित और मार्गदर्शित करना।